FOLLOWER

गुरुवार, 10 अगस्त 2023

फ्लाईंग किस



सन् 1990 की घटना है। हमारे एक मित्र थे। तब उस वक्त सलमान की फिल्मों का बोल-बोला युवाओं पर सर चढ़ कर बोला करता था। उस वक्त के अधिकांश युवा फुल बाह की लाईनदार टीशर्ट पहने रेंजर साईकिल पर घूमा करते थे व कॉलेजों में ईलू ईलू गाने पर झूमा करते थे। 

मित्र के मन में फितूर सवार रहता था। छत पर खड़े होकर बन्धुवर ताक-झाँक में लगे रहते थे। अब वह छत पर सुबह सुबह ही आ जाते थे। घर के पीछे एक लड़की पर उनका दिल आ गया था। एक दिन उनके मन में पता नही क्या भूत सवार हुआ उस लड़की पर फ्लाईंग किस दे मारी... पर लड़की कम कलाकर नही थी .... तुरन्त ही स्वीकार भी कर ली।

मित्र के तो मानो पंख ही लग गये थे। 
"आज मै ऊपर.. आसमां नीचे..." गाना गुनगुनाने लगे थे।

अगले दिन की सुबह का बेसब्री से उन्हे इंतजार था। लड़की ने उन्हे घर के पीछे वाले दरवाजे पर बुलाया था। पहुँचते ही सामान्य परिचय के बाद मित्र लौट आये थे।

अब मित्र प्रतिदिन उसके घर के पिछवाड़े जाने लगे और फ्लाईंग किस का भी जोरदार ढंग से आदान-प्रदान होने लगा। मित्र को उस लड़की ने बताया कि शनिवार को घर पर कोई नही है। पीछे के दरवाजे से आ जाये। मित्र सुबह से ही शेव वगैरहा करके क्रीम इत्यादि लगाकर उसके घर तय समय पर पहुंच गये थे। 
आधे घंटे मुश्किल से हुये होंगे मित्र के चिल्लाने की आवाज सुनी मैने। मै भागकर पीछे की गली में पहुच गया। मित्र लात जूतों से धुने जा रहे थे। लड़की कह रही थी "भैया, इसकों और धुनिये.. यह प्रतिदिन मुझे फ्लाईंग किस करता है...

मै दुःखी मन व लाचारी से मित्र की धुनाई देखता रहा।

@डॉ विपिन "व्याकुल"

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