500 साल पहले पुर्तगाल के व्यापारी हिंद महासागर के समुद्री रास्ते कब्जा चुके थे। भारत पर आक्रमण करने की तैयारी थी लेकिन उनकी इस योजना को विफल किया रानी अब्बक्का ने। आधुनिक इतिहास में यूरोपियों से स्वतंत्रता संग्राम करने वाली पहली योद्धा रानी अब्बक्का ही हैं। पुर्तगाली और रानी अब्बक्का के बीच पहला युद्ध 1555 में लड़ा गया। दूसरा 1558 में और तीसरा 1567 में। रानी अब्बक्का ने तीनों बार पुर्तगालियों को धूल चटा दी।
अब्बक्का को लोगों ने भुला दिया था। 2009 में भारतीय कोस्ट गार्ड में एक पेट्रोलिंग जहाज ICGS Rani Abbakka तैनात किया गया।
चौटा के राजा तीरुमाला राय तृतीय (Thirumala Raya III) की राजधानी उल्लाल थी। चौटा वंश मातृसत्ता का पालन करता था और राजा तीरुमाला तृतीय का राज उनकी भतीजी अब्बक्का को मिला था।